Unique Small Business Tips for Rural Areas in Hindi

नमस्कार दोस्तों! आज हम आपके समक्ष प्रस्तुत करने जा रहें हैं unique small business tips जो आपके द्वारा संचालित किये जा रहे कोई भी व्यवसाय हो या फिर शुरुआत करने की सोच रहे हैं। उन्हे सफलता पूर्वक कर सकते हैं और काफी अच्छी कमाई भी कर सकते हैं। क्योंकि किसी भी व्यवसाय में बिना सोचे समझे कदम नही रख सकते, उस business की सारी जानकारी, लाभ हानि, मार्केटिंग, लागत, आदि के साथ ही उसे सफलतापूर्वक संचालन हेतु कुछ बातों का अमल में लाना बहुत जरूरी है, जो हम आपको आगे बताने जा रहे हैं। चूँकि यह तरकीब शहर और ग्रामीण दोनों प्रकार के क्षेत्रों हेतु क्रियाशील है मगर हम आपको ग्रामीण परिवेश के आधार पर परिवर्तन कर ला रहे है। अर्थात् ग्रामीण इलाकों में खेती किसानी के अलावा अन्य business न के बराबर होती है जबकि छोटे स्तर से शुरुआत करने के opportunity बहुत होती है, बड़े पैमाने तक ले जाने के रास्ते भी बहुत है। जिसकी जानकारी उन्हे नही, जिनके आस पास यह opportunity है तथा Business Management की कोई भाषा समझ में नही आती फलस्वरूप शहर के अपेक्षा गाँवों में सफल व्यवसायी न के बराबर या फिर किसी – किसी गाँव में बिल्कुल नही होते अतः उन भाई बंधुओं को आसानी से समझा पाने के उद्देश्य से सीधी सरल या बोलचाल के भाषा में यहाँ बताया जा रहा है। अगर आपके पास कोई भी Small Business Idea हो उसे आसानी से संचालन एवं सफल करने में हमारा यह unique small business tips मददगार साबित हो सकती है। चाहे वह किसी भी प्रकार की व्यवसाय हो जैसे, खरीदी – बिक्री या गल्ले का व्यापार, किराना दुकान, पापड़ बनाना, प्रक्रिया व्यवसाय, अचार बनाने, पैकिंग व्यापार, दोना पत्तल बनाना, हवाई चप्पल बनाना, खेती से संबंधित व्यवसाय, बढ़ाई, रेपेयरिंग शॉप, वनोपज संग्रहण, नीलगिरी व्यवसाय, हस्त शिल्फ व्यापार, कारीगरी, मुर्तिबनाना, रंग रोगन तथा अन्य कुटीर उद्योग।

Unique Small Business Tips for Rural Areas

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इस पोस्ट के मध्यम से व्यापार मंत्र के रूप में आपको बिंदूवार कुछ unique small business tips दिया जा रहा है, जिसे अपने जो भी small business idea हो उसमें अमल कर शिखर तक ले जाने में काफी मददगार हो सकती है ।

व्यापार संबंधित सरकारी नियमों का पालन अनिवार्य :

किसी भी व्यवसाय को करने के लिए सबसे पहला कदम होती है सरकारी नीति नियमों को पूर्ण करना, जिसके बिना कार्य में कई बाधाएं उत्पन्न हो सकती है जैसे कि विभिन्न व्यवसाय हेतु विभिन्न संस्थाओं से लाइसेंस या अनुमोदन की आवश्यकता होती है (जैसे कि गल्ले के व्यापार में मंडी लाइसेंस लेना होता है तथा किराना दुकान आदि के लिए चेंबर ऑफ कॉमर्स से भी लाइसेंस लेना रहता है।) जिन के अभाव में सरकारी बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। अनुमोदन या लाइसेंस लेकर व्यवसाय करने पर इन चीजों से बचा जा सकता है, तथा इसी अनुज्ञप्ति के आधार पर व्यवसाय करने हेतु सरकारी सहायता व अनुदान भी प्राप्त किया जा सकता है जो कि हमारे व्यवसाय को आगे बढ़ाने में काफी मददगार होती है।

चूंकि small business में लाइसेंस की जरूरत नही पड़ती फिर भी बना लिए रहना हमारे लिए अच्छा होता है। वो भी हमारे business प्रकार पर निर्भर करता है की हमारे द्वारा कौन सा व्यवसाय किया जा रहा है। इससे हमे आगामी समय में सरकारी अनुदान प्राप्त करने के लिए भी आवस्यक होती है।

आवस्यक सामग्री की उपलब्धता :

किसी भी व्यवसाय या व्यापार को शुरुआत करने के पहले उस व्यापार से संबंधित उन सभी प्रकार की आवश्यक सामग्रियों की आवश्यकता पडती है उनका अपने बजट के आधार पर पहले ही खरीदी कार्य या एकत्र किया जाना चाहिए तथा चलती हुई व्यवसाय के साथ भी अन्य जो आवश्यक सामग्रियों की आवश्यकता पड़ती है उनको किसी भी हालत में कमी होने नहीं देना चाहिए, पर्याप्त मात्रा में हमारे पास उपलब्ध रहनी चाहिए, जैसे कि गले का व्यापार में आवश्यक सामग्री होती है किलो वाट तौलाई हेतु, तिरपाल, खाली बोरी, बड़ा सुई, सुतली या नायलॉन का धागा पैकिंग करने के पश्चात बोरों की सिलाई हेतु, केलकुलेटर गणना करने हेतु तथा किसी कुटीर उद्योग में कच्चे माल की आपूर्ति बराबर रहनी चाहिए अन्यथा उन सब आवश्यक वस्तुओं के अभाव में प्रोडक्शन कम होगी जिससे कि सप्लाई में कमी आएगी फलस्वरूप हमारा बिज़नेस कम होगी।

बाजार या सीजन के हिसाब से बजट तैयार करना :

इस unique small business tips के आधार पर हमारे जो भी व्यवसाय हो वह किसी खास मौसम या समय पर बहुत अधिक चलती है अर्थात बाजार में मांग अधिक होती है उस आधार पर उस समय या मौसम विशेष के लिए अतिरिक्त बजट तैयार करने की आवश्यकता होती है जिससे कि उस मौसम में अपनी सप्लाई दर बड़ा सके तथा अधिक मुनाफा कमा सकें उदाहरण के लिए यह जो बड़ी-बड़ी कोला कंपनियां होती है उनकी बिजनेस सबसे ज्यादा गर्मी सीजन में होती है जिसके लिए उन्हें अतिरिक्त या बहुत ज्यादा मात्रा में तैयार करना होता है तथा उसके विपरीत वर्षा ऋतु या ठंड के मौसम में उनकी बिजनेस की मांग कुछ कम होती है यह तो जाहिर सी बात है कि ठंड में कोई कोका कोला, थम्स अप, स्प्राइट, जैसे कोल्ड ड्रिंक को पीना क्यों चाहेगा। इसकी मांग तो रहती है मगर ग्रीष्म ऋतु की अपेक्षा बहुत कम। उसी प्रकार हमें भी अपने व्यवसाय को अधिक मांग के समय भी बराबर सप्लाई करने हेतु हमेशा तैयार रखना चाहिए

बाजार मांग के प्रति सजग रहना :

चाहे आपका कोई भी small business idea वाली व्यवसाय हो उससे संबंधित बाजार भाव या बाजार के उतार-चढ़ाव पर हमेशा नजर रखनी चाहिए तथा जब भी मार्केट में मांग बड़े या हमारे द्वारा उत्पादित वस्तुओं की दाम बढ़े उस समय हमारी प्रोडक्ट को अधिक से अधिक मार्केट में पहुंचाना चाहिए यह मार्केटिंग का नियम है की जब भी सप्लाई कम हो तो मांग अधिक बढ़ती है जैसे कि सब्जी उत्पादन करने वाले छोटे व्यवसाय इसे अच्छी तरह समझ सकते हैं जब भी मार्केट में आवक कम होती है तो उस सब्जी की कीमत बहुत अधिक होती है उस समय के लिए हमें हमारे व्यवसाय को हमेशा तैयार रखना चाहिए। अर्थात जिस समय मांग अधिक हो उस समय हमारे प्रोडक्शन बढ़ाना चाहिए तथा मांग कम होने पर प्रोडक्शन भी कुछ धीमा करना चाहिए। उदाहरण के लिए एक गले की व्यापारी को चाहिए कि उनके द्वारा खरीदा गया अनाज को तब तक स्टोर करके रखें जब तक बाजार में उसकी कीमत ना बड़े।

समय – समय पर अपने व्यवसाय का विष्लेषण करना अनिवार्य:

Unique small business tips का यह मुख्य नियम है कि हमारे द्वारा संचालित कोई भी व्यवसाय या व्यापार आदि का विश्लेषण करना। इससे हमें बाजार के उतार-चढ़ाव के साथ ही हमारी कंपनी की उतार-चढ़ाव, प्रोडक्शन, लाभ, हानि सभी के बारे में एक आंकड़ा की प्राप्त होती है जिस को ध्यान में रखकर हमारे व्यवसाय हेतु अन्य लाभदायक और महत्वपूर्ण फैसला लेकर हमारी इस व्यवसाय को और अधिक सफलतापूर्वक आगे बढ़ा सकते हैं।

गुणवत्ता के प्रति कोई कोताही नही :

हमारी व्यवसाय किसी भी क्षेत्र से संबंधित रखती हो मगर उसमें एक चीज कॉमन होती है – गुणवत्ता । हमारी व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए जितनी भी एड़ी चोटी एक कर दिया जाए मगर गुणवत्ता अच्छी ना होने पर वह कभी सफलतापूर्वक नहीं चल सकती, इसीलिए हमें हमारी प्रोडक्ट का, हमारे द्वारा दिया गया सेवाओं का, गुणवत्ता हमेशा ऊंचा रखना चाहिए निरंतर उसे अच्छी बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए अन्यथा फलता फूलता व्यवसाय भी धड़ाम से नीचे गिरने में समय नहीं लगता।

अपने प्रतिस्प्रधियों पर नजर रखना जरूरी है :

बिजनेस कोई भी हो, जहां पर मार्केटिंग से संबंधित हो, उसमें प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक होती है। सारे के सारे प्रतिद्वंदी अपने जैसे व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों को पीछे पछाड़कर आगे बढ़ने को तुले रहते हैं। उसका एक मूलभूत नियम है कि अपने प्रतिनिधयों पर बराबर नजर रखा जाए, इसके लिए तो बड़ी-बड़ी कंपनियां अपनी जासूस लगाकर अपने प्रतिद्वंदी पर नजर रखते हैं, जिससे उन्हें पता चलता है कि सामने वाला क्या कर रहा है और आगे क्या करने वाला है उसी के आधार पर अपनी कंपनी को सुपीरियर तथा अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने में सफलता मिलती है, इसी प्रकार हमें भी अपने प्रतिद्वंद्वियों पर नजर रखते हुए उनके द्वारा कौन-कौन सा प्रोडक्ट या कौन-कौन सा सेवाएं दिया जा रहा है तथा उसकी बाजार में मूल्य क्या है उसके आधार पर अपना प्रबंधन कर सकते हैं ।

कार्य के प्रति लगन बहुत जरूरी है :

कार्य किसी भी प्रकार का हो चाहे वह बिजनेस – व्यापार हो या फिर अन्य, लगन तो बहुत जरूरी है। पूरी लगन के साथ कठोर मेहनत करने की आवश्यकता होती है, तब जाकर सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचा जाता है। इसी प्रकार हमारे कोई भी व्यवसाय हो उसे सफल बनाने में हमारी मेहनत और उस कार्य के प्रति लगन बहुत जरूरी है अन्यथा आप किसी भी कार्य में सफल नहीं हो सकते।

लोगों से व्यहारिक संबंध रखना :

लोगों में चाहे वह आपकी उपभोक्ता, आपके प्रोडक्ट को बेचने वाले डीलर हो या फिर आपके यहां काम करने वाले मजदूर उनके साथ हमेशा व्यवहारिक संबंध रखना बहुत जरूरी है यदि उपभोक्ताओं के साथ अच्छा संबंध आ रहा तो व्यवसाय चलने से रहा, उसी तरह ही आपके मजदूरों के साथ अच्छे संबंध ना होने पर व्यवसाय सफल होने की सोच नहीं सकते क्योंकि वह मजदूर जो आपके व्यवसाय के मुख्य कर्मवीर होते हैं जिनके बदौलत ही आपकी हानि या लाभ का कारण बनता है। अतः एक अच्छे व्यवसाई को हमेशा शालीन रहने की आवश्यकता होती है।

समय के प्रति निष्ठुर रहना:

किसी भी व्यवसाय में समय की बहुत कीमत होती है अतः आप समय की कदर नहीं करते तो व्यवसाय नहीं कर सकते, कोई भी धंधा पानी नहीं चला सकते। क्योंकि business में जो भी मोल होती है समय की होती है। उदाहरण के लिए यदि आपके कार्यक्षेत्र में आप स्वयं ही देर से पहुंचते हैं तो अपने मजदूरों का क्या होगा, इस प्रकार आपकी व्यवसाय की सफलता की ग्राफ नीचे चला जाना तय है। अतः समय पर किसी भी चीज को करना बहुत अधिक फायदे की सौदा होती है। न की समय से परे।

किसी कार्य को करने की निश्चित समय होती, समय के नजाकत को समझते हुए इस हेतु पावन्द होना बहुत जरूरी है। अर्थात् समय के प्रति अनुशासन का परिचय देना भी unique small business tips में से एक मुख्य कड़ी होती है तथा व्यवसाय में सफलता का मूलभूत नियम है।

व्यापार में ईमानदारी होना जरूरी है:

व्यवसाय चाहे कोई भी हो उसमें ईमानदारी का महत्वपूर्ण जगह होती है हमारे जो भी कार्य हो उसमें पूरी ईमानदारी के साथ करनी होती है तथा किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के पश्चात यदि उसे ईमानदारी पूर्वक ना किया जाए तो खुद के पैरों में कुल्हाड़ी मारने जैसा होगा।

समय पर अपने स्वयं के कार्य को भी मौका न देना:

हमारे बिजनेस को सफल बनाने के लिए पूरी लगन के सात कठोर परिश्रम करना पड़ता है, उस दौरान हमारे स्वयं की कुछ कार्य भी हो उन्हें भी दरकिनार कर व्यवसाय के कार्य में लगना उचित होता है। क्योंकि वही हमें ऊंचाई की बुलंदियों तक पहुंचाने में मदद करती है भले ही वह व्यवसाय छोटे रूप में ही क्यों ना हो अर्थात हमारे इस Unique small business tips के आधार पर कुछ विशेष समय पर अपने स्वयं के काम को भी छोड़ते हुए हमारे व्यवसाय के काम में लग जाना चाहिए।

मजदूरों हेतु कल्याण कारी योजना चलाना:

अपने व्यवसाय का आकार छोटा हो या बड़ा उसमें काम करने वाले कर्मवीर यानी मजदूर जिनके खून पसीने के कारण ही हमारे सफलता की सीढ़ी बनती है, उनका ख्याल रखा जाना भी बहुत महत्वपूर्ण है। उनके फायदा की कुछ योजनाए चलानी चाहिए जिससे कि मजदूर भी खुश रहे, पूरी लगन के साथ काम करें अन्यथा वह लोग ही नाराज रहने लगे तो बिजनेस के आगे बढ़ाने की तो सोचे नहीं सकते, उनके लिए कोई कल्याणकारी योजना हो या फिर उनके साथ बर्ताव या व्यवहार हो किसी भी प्रकार से मजदूरों को हानि नहीं होना चाहिए या ठेस नहीं पहुंचना चाहिए जो कि अपने मालिक के साथ हमेशा खुश रहे। इस प्रकार की संबंध में अधिकतर देखा गया है कि उनका व्यवसाय बढ़ने की बहुत अधिक आसार होती है।

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Small Business Tips जो की किसी भी small business idea या व्यवसाय (व्यापार) हो, सभी में लागू होने वाली है, अतः ऊपर में दिया गया टिप्स का निचोड़ या सारांश जो आपको समझने में और आसानी होने वाली है।

1. अपने हैसियत के आधार पर business की बजट तैयार न करें जितना हो सके कम से कम बजट से शुरू करें।

2. अपने इंट्रेस्ट और कर सकने योग्य व्यवसाय ही चुने । तथा उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें।

3. अपना लक्ष्य या गोल सेट करके की business में कदम रखे।

4. अपने business के मैनेजमेंट प्लान किसी से भी साझा न करे हमेशा गुप्त रखें।

5. असफल होने पर रुकें नही ईमानदारी से कोसीस करते रहे। उसका विश्लेषण करें तथा कमियों से सीख लेकर आगे बढ़े।

6. आलस्य और बोरियत से हमेशा दूर रहें और समय का विशेष ध्यान रखें।

7. अपने ग्राहक को सर्वोच्य प्राथमिकता दें। शालीन और सभ्यता का परिचय दें।

8. उपलब्धि का श्रेय अपने वर्कर्स को जरूर दें उससे उनका मनोबल ऊँचा रहेगा और कार्य में दृणता से आगे बढ़ेंगे।

9. गुणवत्ता के प्रति कोई लापरवाही न बरतें, हमेशा अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर करने की कोसिस करें।

10. अपने प्रतिस्पर्धियों पर नजर रखना बहुत जरुरी है। उनके लाभदायक कदम का अमल तथा गलती से सीख लेना।

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